एक नई दिशा: प्रियंका गांधी की आत्मकथा
प्रारंभ: जन्म और बचपन
12 जनवरी 1972 को दिल्ली में मेरा जन्म हुआ। मैं एक ऐसे परिवार में पैदा हुई, जिसका भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान था। मेरे पिता राजीव गांधी, जो बाद में भारत के प्रधानमंत्री बने, और मेरी मां सोनिया गांधी, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं, ने मुझे और मेरे भाई राहुल गांधी को एक सशक्त और प्रेरणादायक वातावरण में पाला।
मेरे दादा-दादी, इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी, और परदादा जवाहरलाल नेहरू, भारत के पहले प्रधानमंत्री, ने भारतीय राजनीति में गहरा प्रभाव डाला। इस परिवार में जन्म लेने के कारण, राजनीति और समाज सेवा मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए थे।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
मेरी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के मॉडर्न स्कूल और कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी में हुई। 1984 में मेरी दादी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद, सुरक्षा कारणों से मुझे और मेरे भाई को घर पर ही पढ़ाया गया। यह समय मेरे लिए बहुत कठिन था, लेकिन मैंने इसे एक अवसर के रूप में लिया और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया।
मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय के जीसस एंड मैरी कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, 2010 में मैंने बौद्ध अध्ययन में मास्टर डिग्री हासिल की। इस दौरान, मैंने बौद्ध दर्शन और विपश्यना ध्यान की गहराई से अध्ययन किया, जिसने मेरे जीवन को एक नई दिशा दी।
विवाह और परिवार
18 फरवरी 1997 को मैंने रॉबर्ट वाड्रा से विवाह किया। रॉबर्ट एक व्यवसायी हैं और हमारे दो बच्चे हैं - एक बेटा रेहान और एक बेटी मिराया। मेरा परिवार मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है और मैंने हमेशा अपने बच्चों की परवरिश और उनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया है।
राजनीति में प्रवेश
हालांकि मैं बचपन से ही राजनीति के माहौल में पली-बढ़ी थी, लेकिन मैंने सक्रिय राजनीति में आने का फैसला 2019 में किया। इससे पहले, मैं अपने मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के चुनाव अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेती थी, खासकर रायबरेली और अमेठी में।
23 जनवरी 2019 को मुझे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया गया और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा गया। यह मेरे लिए एक बड़ी जिम्मेदारी थी और मैंने इसे पूरी मेहनत और समर्पण के साथ निभाया।
चुनौतियों का सामना
राजनीति में प्रवेश करते ही मुझे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मेरे पति रॉबर्ट वाड्रा पर भूमि घोटाले के आरोप लगाए गए, जिससे मेरी छवि पर भी असर पड़ा। लेकिन मैंने इन आरोपों का सामना किया और अपने काम पर ध्यान केंद्रित किया।
2019 के लोकसभा चुनाव में मैंने कांग्रेस पार्टी के लिए जोरदार प्रचार किया। हालांकि, परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहे, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। मैंने उत्तर प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत करने पर ध्यान दिया और जमीनी स्तर पर काम करना शुरू किया।
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मैंने कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व किया। मैंने "लड़की हूं, लड़ सकती हूं" अभियान शुरू किया, जो महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण पर केंद्रित था। इस अभियान ने राज्य भर में काफी चर्चा बटोरी और महिलाओं ने इसे बहुत सराहा।
हालांकि, चुनाव परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहे और कांग्रेस पार्टी को केवल 2 सीटें मिलीं। यह मेरे लिए एक बड़ा झटका था, लेकिन मैंने इसे एक सीख के रूप में लिया और पार्टी संगठन को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
व्यक्तिगत जीवन और आध्यात्मिकता
मेरे जीवन में आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण स्थान है। मैं बौद्ध दर्शन की अनुयायी हूं और नियमित रूप से विपश्यना ध्यान करती हूं। यह ध्यान मुझे मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करता है, जो राजनीति की कठिनाइयों का सामना करने में मदद करता है।
भविष्य की दिशा
आज जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं, तो मुझे लगता है कि मैंने एक लंबा सफर तय किया है। एक साधारण परिवार की लड़की से लेकर एक प्रमुख राजनीतिक नेता बनने तक, यह यात्रा कई उतार-चढ़ाव से भरी रही है। लेकिन मेरा सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। मैं अभी भी अपने राज्य और देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध हूं।
मेरा सपना है कि एक दिन भारत में हर व्यक्ति को समान अवसर मिले और जाति, धर्म या लिंग के आधार पर कोई भेदभाव न हो। मैं युवाओं से कहना चाहती हूं कि वे कभी हार न मानें और अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करें।
अंत में, मैं कहना चाहूंगी कि राजनीति में सफलता का मतलब सिर्फ सत्ता में बने रहना नहीं है। असली सफलता है लोगों के दिलों में जगह बनाना और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना। मैं आशा करती हूं कि मेरे जीवन के अनुभव युवा पीढ़ी को प्रेरित करेंगे और वे भी समाज सेवा के लिए आगे आएंगे।
मेरा सफर जारी है, और मैं अपने सपनों और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत हूं। मुझे विश्वास है कि एक दिन हम एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां हर व्यक्ति को सम्मान और समानता मिलेगी।
Citations:
[1] https://www.business-standard.com/about/who-is-priyanka-gandhi
[2] https://www.jagranjosh.com/general-knowledge/priyanka-gandhi-1553082326-1
[3] https://timesofindia.indiatimes.com/etimes/trending/educational-qualifications-of-politician-priyanka-gandhi/photostory/110773244.cms
[4] https://en.wikipedia.org/wiki/Priyanka_Gandhi
[5] http://rgfindia.org/our-board-rajiv-gandhi-foundation/priyanka-gandhi-vadra/
[6] https://timesofindia.indiatimes.com/india/should-be-in-parliament-before-me-robert-vadra-on-priyanka-gandhi-contesting-from-wayanad/articleshow/111081307.cms
[7] https://www.hindustantimes.com/analysis/the-challenges-before-priyanka-gandhi-in-keralas-hilly-wayanad-constituency-101718802949159.html
[8] https://www.indiatoday.in/elections/lok-sabha/story/priyanka-gandhi-reacts-to-row-over-mani-shankar-aiyars-pakistan-praise-remark-2537774-2024-05-10
[9] https://www.indiatoday.in/india/story/vadra-to-vanshvaad-5-challenges-for-priyanka-gandhi-in-battleground-up-1437586-2019-01-23