पेरासिटामोल, जिसे एसिटामिनोफेन के नाम से भी जाना जाता है, एक अत्यंत महत्वपूर्ण और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली दवा है। इसका उपयोग मुख्य रूप से दर्द और बुखार को कम करने के लिए किया जाता है। पेरासिटामोल का इतिहास, इसके विकास, उपयोग और प्रभावों की कहानी काफी रोचक और महत्वपूर्ण है। आइए इसके इतिहास की यात्रा पर चलते हैं।
प्रारंभिक खोज और विकास
पेरासिटामोल का इतिहास 19वीं शताब्दी के अंत में शुरू होता है। 1877 में, जर्मन रसायनज्ञ हार्मन कोल्बे और एडवर्ड लिमैन ने पहली बार पेरासिटामोल का संश्लेषण किया। हालांकि, उस समय इसका चिकित्सीय उपयोग नहीं किया गया था।
1893 में, जोसेफ वॉन मेरिंग ने पेरासिटामोल के एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) और एंटीपायरेटिक (बुखार निवारक) गुणों की खोज की। उन्होंने पाया कि पेरासिटामोल फेनासेटिन का एक मेटाबोलाइट है, जो उस समय एक लोकप्रिय दर्द निवारक दवा थी।
प्रारंभिक उपयोग और लोकप्रियता
20वीं शताब्दी की शुरुआत में, पेरासिटामोल का उपयोग धीरे-धीरे बढ़ने लगा। 1948 में, अमेरिकी वैज्ञानिकों डेविड लेस्टर और लियोन ग्रीनबर्ग ने पेरासिटामोल के सुरक्षित और प्रभावी होने की पुष्टि की। उन्होंने पाया कि पेरासिटामोल फेनासेटिन की तुलना में कम विषाक्त है और इसके दुष्प्रभाव भी कम हैं।
1950 के दशक में, पेरासिटामोल को व्यापक रूप से उपयोग में लाया जाने लगा। 1955 में, मैकनील लेबोरेटरीज ने टाइलेनॉल (Tylenol) नाम से पेरासिटामोल की पहली व्यावसायिक रूप से उपलब्ध दवा लॉन्च की। यह दवा जल्दी ही लोकप्रिय हो गई और पेरासिटामोल का उपयोग तेजी से बढ़ने लगा।
पेरासिटामोल का वैश्विक प्रसार
1960 और 70 के दशक में, पेरासिटामोल का उपयोग दुनिया भर में फैल गया। यह दवा विभिन्न ब्रांड नामों से उपलब्ध होने लगी, जैसे कि पैनाडॉल (Panadol), कालपोल (Calpol), और क्रोसिन (Crocin)। पेरासिटामोल की लोकप्रियता का मुख्य कारण इसका सुरक्षित और प्रभावी होना था।
पेरासिटामोल के उपयोग और प्रभाव
पेरासिटामोल का उपयोग मुख्य रूप से दर्द और बुखार को कम करने के लिए किया जाता है। यह दवा प्रोस्टाग्लैंडीन जैसे सूजन मध्यस्थों के उत्पादन को रोककर कार्य करती है, जो दर्द और सूजन का कारण बनते हैं[3]। पेरासिटामोल का उपयोग सिरदर्द, दांत दर्द, मांसपेशियों में दर्द, मासिक धर्म में दर्द, और सर्दी और फ्लू जैसी बीमारियों से जुड़े बुखार को कम करने के लिए किया जाता है[3]।
पेरासिटामोल के दुष्प्रभाव और सावधानियाँ
पेरासिटामोल को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसके भी दुष्प्रभाव हो सकते हैं। अनुशंसित खुराक पर लेने पर पेरासिटामोल के दुष्प्रभाव आम तौर पर दुर्लभ और हल्के होते हैं। इनमें मतली, त्वचा पर चकत्ते, और अधिक मात्रा या दुरुपयोग के मामलों में जिगर की क्षति शामिल हो सकती है[3]। पेरासिटामोल की विषाक्तता के लक्षण और संकेत प्रारम्भ में अनुपस्थित या अस्पष्ट हो सकते हैं, लेकिन ओवरडोज का इलाज न करने पर लीवर विफलता और कुछ ही दिनों में मृत्यु भी हो सकती है[1]।
पेरासिटामोल और हृदय रोग
हाल ही में हुई रिसर्च से पता चला है कि पेरासिटामोल के रोजाना उपयोग से दिल का दौरा और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है[2]। रिसर्चर्स ने डॉक्टरों को भी दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम वाले मरीजों को पेरासिटामोल देने से पहले सावधान रहने के लिए कहा है[2]।
पेरासिटामोल और एंटीबायोटिक्स
एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि पेरासिटामोल, एंटीबायोटिक दवाओं के असर को एक तिहाई तक कम कर देती है[6]। इस वजह से दवा की डोज बढ़ानी पड़ सकती है। यह अध्ययन हाल में अंतरराष्ट्रीय पत्रिका एक्टा साइंटिफिक वेटरनरी साइंस में प्रकाशित हुआ है[6]।
पेरासिटामोल का औद्योगिक उत्पादन
पेरासिटामोल का औद्योगिक उत्पादन 20वीं शताब्दी के मध्य में शुरू हुआ। विभिन्न फार्मास्युटिकल कंपनियों ने पेरासिटामोल के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें मैकनील लेबोरेटरीज, ग्लेक्सो स्मिथक्लाइन, और बेक्सिम्को फार्मा जैसी प्रमुख कंपनियाँ शामिल हैं[1]।
भारत में पेरासिटामोल का इतिहास
भारत में पेरासिटामोल का उपयोग 20वीं शताब्दी के मध्य में शुरू हुआ। 1950 के दशक में, हिंदुस्तान पेंसिल्स ने क्रोसिन ब्रांड के तहत पेरासिटामोल का उत्पादन शुरू किया। यह दवा जल्दी ही भारतीय बाजार में लोकप्रिय हो गई और आज भी यह सबसे आम पेरासिटामोल ब्रांडों में से एक है[1]।
पेरासिटामोल का भविष्य
पेरासिटामोल का भविष्य उज्ज्वल है। यह दवा न केवल दर्द और बुखार के लिए उपयोगी है, बल्कि इसके अन्य संभावित उपयोग भी खोजे जा रहे हैं। वैज्ञानिक पेरासिटामोल के नए फॉर्मूलेशन और संयोजन विकसित कर रहे हैं, जो इसे और भी प्रभावी और सुरक्षित बना सकते हैं।
निष्कर्ष
पेरासिटामोल का इतिहास मानव चिकित्सा विज्ञान के विकास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। यह दवा न केवल दर्द और बुखार को कम करने में मदद करती है, बल्कि यह सुरक्षित और प्रभावी भी है। पेरासिटामोल के विकास और उपयोग की कहानी हमें यह सिखाती है कि कैसे वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार ने हमारे जीवन को बेहतर बनाया है। आने वाले समय में, पेरासिटामोल का उपयोग और भी बढ़ेगा और यह दवा हमारे स्वास्थ्य और कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी।
Citations:
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[2] https://www.aajtak.in/health/video/paracetamol-use-raises-blood-pressure-increases-risk-heart-attack-news-in-hindi-mmt-1409936-2022-02-11
[3] https://www.carehospitals.com/hi/medicine-detail/paracetamol
[4] https://www.carehospitals.com/hi/medicine-detail/aceclofenac-paracetamol
[5] https://www.lybrate.com/hi/medicine/paracetamol
[6] https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/story-paracetamol-reduces-the-potency-of-antibiotics-by-one-third-fact-came-out-after-research-7988854.html
[7] https://www.aajtak.in/lifestyle/news/story/daily-use-of-paracetamol-increases-risk-of-heart-attack-stroke-hypertension-according-to-study-tlif-1408180-2022-02-09
[8] https://www.aajtak.in/lifestyle/news/photo/paracetamol-overdose-can-damage-your-liver-know-about-warning-sign-and-safety-tips-tlif-1201688-2021-02-02
[9] https://www.myupchar.com/medicine/paracetamol-500-mg-tablet-p37081762
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[11] https://navbharattimes.indiatimes.com/lifestyle/health/side-effects-of-taking-too-much-painkillers-and-paracetamol/articleshow/74058103.cms
[12] https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A5%88%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%89%E0%A4%B2_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A1_%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE
[13] https://bh.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A5%88%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B2
[14] https://www.abplive.com/lifestyle/health/paracetamol-side-effects-paracetamol-overdose-is-dangerous-for-health-2367805
[15] https://www.drishtiias.com/hindi/daily-news-analysis/paracetamol-formulation
[16] https://hindi.news18.com/news/lifestyle/parenting-too-much-paracetamol-can-harm-your-child-know-its-safe-use-in-hindi-pra-4342676.html
[17] https://www.abplive.com/lifestyle/health/health-tips-if-you-are-not-taking-much-paracetamol-know-when-and-how-much-dosage-to-take-2043132
[18] https://www.healthshots.com/hindi/preventive-care/here-are-some-side-effects-of-taking-paracetamol-without-doctors-prescription/
[19] https://www.abplive.com/lifestyle/health/what-is-the-right-way-to-consume-paracetamol-and-its-side-effects-2266817
[20] https://www.1mg.com/hi/drugs/paracetamol-o-tablet-71161