प्राचीन काल में, जब मानव सभ्यता अपने शैशव काल में थी, लोग अपने आस-पास की प्रकृति से जुड़े हुए थे। वे अपने चारों ओर के रंगीन फूलों, फलों और पत्तियों को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते थे। उनके मन में एक प्रश्न उठा - क्या वे भी इन रंगों को अपने शरीर पर लगाकर सुंदर दिख सकते हैं?
एक दिन, एक युवती ने एक लाल फल को तोड़ा और उसका रस अपने होठों पर लगा लिया। उसके होंठ चमकदार लाल हो गए। उसने अपने प्रतिबिंब को पानी में देखा और मुस्कुराई। वह बहुत खूबसूरत लग रही थी! उसने यह बात अपनी सहेलियों को बताई और जल्द ही यह प्रथा पूरे गाँव में फैल गई।
धीरे-धीरे, लोगों ने विभिन्न प्राकृतिक स्रोतों से रंग निकालने के तरीके खोज लिए। लाल मिट्टी, फूलों के रस, और यहां तक कि कीड़ों से भी रंग निकाले जाने लगे। ये रंग न केवल सुंदरता के लिए, बल्कि धार्मिक अनुष्ठानों और सामाजिक स्थिति के प्रतीक के रूप में भी इस्तेमाल किए जाने लगे।
सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान, लोग पहले से कहीं अधिक परिष्कृत हो गए थे। वे अपने होठों को रंगने के लिए विशेष मिश्रण बनाने लगे थे। पुरातत्वविदों को हड़प्पा और मोहनजोदड़ो में छोटे-छोटे पात्र मिले हैं जिनमें लाल रंग के अवशेष पाए गए हैं। क्या ये प्राचीन लिपस्टिक के पात्र हो सकते हैं?
मिस्र में, क्लियोपेट्रा के समय तक आते-आते लिपस्टिक एक कला का रूप ले चुकी थी। वह अपने होठों को लाल करने के लिए कुचले हुए कीड़ों और मछली के छिलकों का इस्तेमाल करती थी। उसकी सुंदरता की कहानियाँ दूर-दूर तक फैल गईं। लेकिन क्या उसे पता था कि उसकी इस आदत से उसकी जान को खतरा हो सकता है?
रोमन साम्राज्य में, लिपस्टिक का इस्तेमाल केवल उच्च वर्ग की महिलाओं तक ही सीमित था। यह एक ऐसा समय था जब लिपस्टिक सामाजिक स्थिति का प्रतीक बन गई थी। लेकिन क्या यह भेदभाव लंबे समय तक चल पाएगा?
मध्ययुग में, चर्च ने लिपस्टिक के इस्तेमाल को पाप घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रकृति को बदलने की कोशिश है, जो ईश्वर के खिलाफ है। कई महिलाओं को लिपस्टिक लगाने के लिए दंडित किया गया। लेकिन क्या इस प्रतिबंध से लिपस्टिक का प्रचलन रुक जाएगा?
रेनेसां काल में, लिपस्टिक फिर से लोकप्रिय हो गई। इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रथम अपने लाल होठों के लिए प्रसिद्ध थीं। उन्होंने अपने दरबारियों को भी लिपस्टिक लगाने का आदेश दिया। लेकिन क्या यह फैशन सभी के लिए सुरक्षित था?
18वीं सदी में, फ्रांस में लिपस्टिक का इस्तेमाल चरम पर था। मैरी एंटोइनेट अपने लाल होठों के लिए जानी जाती थीं। लेकिन फ्रांसीसी क्रांति के दौरान, लिपस्टिक फिर से विवादों में आ गई। क्या यह अमीरों और गरीबों के बीच की खाई को और चौड़ा कर रही थी?
19वीं सदी में, विक्टोरियन युग में, लिपस्टिक को अश्लील माना जाता था। केवल अभिनेत्रियाँ और वेश्याएँ ही इसका इस्तेमाल करती थीं। लेकिन कुछ महिलाएँ छिपकर अपने होठों को लाल करने के लिए गुलाब की पंखुड़ियाँ चबाती थीं। क्या यह प्रतिबंध लंबे समय तक चल पाएगा?
20वीं सदी की शुरुआत में, लिपस्टिक ने एक नया मोड़ लिया। 1915 में, मौरिस लेवी ने पहली बार धातु के ट्यूब में लिपस्टिक बनाई। यह एक क्रांतिकारी आविष्कार था! अब महिलाएँ आसानी से और कहीं भी लिपस्टिक लगा सकती थीं।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, लिपस्टिक एक देशभक्ति का प्रतीक बन गई। अमेरिकी महिलाएँ लाल लिपस्टिक लगाकर अपने देश के प्रति समर्थन दिखाती थीं। लेकिन क्या इस नए रुझान के पीछे कोई गहरा अर्थ छिपा था?
1920 के दशक में, हॉलीवुड की अभिनेत्रियों ने लिपस्टिक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। क्लारा बो और थेडा बारा जैसी अभिनेत्रियों के गहरे लाल होंठ फैशन का नया मानक बन गए। लेकिन क्या इस नए फैशन के साथ कोई नई समस्याएँ भी आईं?
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, लिपस्टिक एक मनोबल बढ़ाने वाला उपकरण बन गई। अमेरिकी सरकार ने महिला सैनिकों को लिपस्टिक मुफ्त में दी, यह मानते हुए कि यह उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगी। लेकिन क्या युद्ध के बाद भी लिपस्टिक का यह महत्व बना रहेगा?
1950 के दशक में, मैरिलिन मनरो ने लाल होठों को सेक्स सिंबल बना दिया। उनके चमकदार लाल होंठ पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गए। लेकिन क्या इस नए छवि के साथ कोई नैतिक चुनौतियाँ भी आईं?
1960 और 70 के दशक में, हिप्पी आंदोलन ने प्राकृतिक सौंदर्य पर जोर दिया। कई महिलाओं ने लिपस्टिक का इस्तेमाल बंद कर दिया। लेकिन क्या यह प्रवृत्ति लंबे समय तक चल पाएगी?
1980 के दशक में, पंक और गॉथ संस्कृति ने काली और अन्य गहरे रंगों की लिपस्टिक को लोकप्रिय बना दिया। यह विद्रोह का एक प्रतीक बन गया। लेकिन क्या समाज इस नए प्रवृत्ति को स्वीकार कर पाएगा?
1990 के दशक में, ग्रंज फैशन ने न्यूड और भूरे रंग की लिपस्टिक को प्रचलित किया। यह एक नया युग था जहाँ प्राकृतिक लुक फिर से फैशन में आ गया। लेकिन क्या यह सभी के लिए उपयुक्त था?
21वीं सदी में, लिपस्टिक ने एक नया मोड़ लिया है। अब यह केवल सौंदर्य प्रसाधन नहीं रह गया है, बल्कि एक व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का माध्यम बन गया है। विभिन्न रंग, टेक्सचर और फिनिश के साथ, लिपस्टिक अब हर किसी के लिए कुछ न कुछ पेश करती है।
लेकिन इस नए युग में भी, लिपस्टिक कुछ नई चुनौतियों का सामना कर रही है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ, लोग अब लिपस्टिक के पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंतित हैं। क्या प्लास्टिक पैकेजिंग और हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल जारी रह सकता है?
इसके अलावा, जानवरों पर परीक्षण के मुद्दे ने भी लिपस्टिक उद्योग को चुनौती दी है। कई उपभोक्ता अब क्रूएल्टी-फ्री और वीगन लिपस्टिक की मांग कर रहे हैं। क्या यह नया ट्रेंड पूरे उद्योग को बदल देगा?
आज, लिपस्टिक केवल महिलाओं तक ही सीमित नहीं रह गई है। पुरुष भी अब लिपस्टिक का इस्तेमाल करने लगे हैं, जो लैंगिक रूढ़ियों को तोड़ रहा है। क्या यह एक नए, अधिक समावेशी युग की शुरुआत है?
लिपस्टिक के भविष्य में, हम कई रोमांचक संभावनाएं देख सकते हैं। स्मार्ट लिपस्टिक जो अपना रंग बदल सकती हैं, या जो त्वचा की देखभाल के गुणों से युक्त हैं, वे पहले से ही विकास के चरण में हैं। क्या ये नवाचार लिपस्टिक को एक नए युग में ले जाएंगे?
लेकिन सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि क्या लिपस्टिक अपनी मूल भावना को बनाए रख पाएगी? क्या यह आने वाले वर्षों में भी आत्मविश्वास, सशक्तिकरण और व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का प्रतीक बनी रहेगी?
जैसे-जैसे हम भविष्य की ओर बढ़ते हैं, एक बात स्पष्ट है: लिपस्टिक का इतिहास मानव सभ्यता के इतिहास से जुड़ा हुआ है। यह हमारी सांस्कृतिक, सामाजिक और व्यक्तिगत यात्रा का एक अभिन्न अंग रही है। और जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, लिपस्टिक निश्चित रूप से हमारे साथ विकसित होती रहेगी, नए अर्थ और महत्व प्राप्त करती रहेगी।
Citations:
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[2] https://www.youtube.com/watch?v=i0P7039OM8o
[3] https://www.thelallantop.com/lallankhas/post/lipstick-history-cosmetics-men-also-used-to-wear-it-tarikh-india-jawaharlal-nehru
[4] https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%9C%E0%A4%A8%E0%A4%B6%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A4%BE
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[7] https://www.jagran.com/lifestyle/health-can-lipstick-lead-to-cancer-know-what-its-side-effects-and-what-expert-suggest-23451488.html
[8] https://www.thehealthsite.com/hindi/beauty/side-effects-of-wearing-lipstick-regularly-in-hindi-1075183/
[9] https://ndtv.in/lifestyle/this-is-how-you-can-reuse-and-fix-your-dry-liquid-lipstick-3305657
[10] https://www.abplive.com/gk/how-did-women-apply-lipstick-500-years-ago-and-which-women-were-allowed-to-apply-it-2661696