प्राचीन काल से ही मनुष्य को दूर की घटनाओं और जानकारियों को जानने की जिज्ञासा रही है। उस समय लोग दूर की खबरें जानने के लिए कबूतरों का इस्तेमाल करते थे या फिर दूत भेजते थे। लेकिन यह प्रक्रिया बहुत धीमी और अविश्वसनीय थी। कई बार तो संदेश पहुंचने में महीनों लग जाते थे। ऐसे में लोग सोचते थे कि काश कोई ऐसा तरीका होता जिससे दूर बैठे लोगों को देखा और सुना जा सकता[1]।
इस समस्या का समाधान खोजने के लिए वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत शुरू कर दी। 19वीं सदी के मध्य में कुछ वैज्ञानिकों ने इस दिशा में काम करना शुरू किया। 1862 में इटली के जियोवानी कासेली ने पैंटेलीग्राफ नाम का एक उपकरण बनाया जो तारों के जरिए चित्रों को एक जगह से दूसरी जगह भेज सकता था। यह टेलीविजन की दिशा में पहला कदम था[2]।
लेकिन असली कहानी की शुरुआत 1884 में हुई जब जर्मन वैज्ञानिक पॉल निप्कोव ने एक घूमने वाली डिस्क का आविष्कार किया। इस डिस्क में छेद थे जो प्रकाश को स्कैन कर सकते थे। यह मैकेनिकल टेलीविजन का आधार बना। लेकिन क्या यह सपना साकार हो पाएगा? क्या वाकई में दूर बैठे लोगों को देखा जा सकेगा[3]?
इस सपने को साकार करने के लिए कई वैज्ञानिक दिन-रात मेहनत कर रहे थे। 1897 में ब्रिटिश वैज्ञानिक जे.जे. थॉमसन ने इलेक्ट्रॉन की खोज की जो इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन का आधार बनी। लेकिन अभी भी कई चुनौतियां थीं। क्या कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो इन सभी चुनौतियों को पार कर टेलीविजन का सपना साकार कर पाएगा[4]?
इस बीच 1900 के दशक में रूसी वैज्ञानिक बोरिस रोसिंग ने कैथोड रे ट्यूब का इस्तेमाल करके पहली बार इलेक्ट्रॉनिक इमेज ट्रांसमिशन का प्रदर्शन किया। यह एक बड़ी उपलब्धि थी। लेकिन अभी भी पूरी तरह से काम करने वाला टेलीविजन बनाना बाकी था[5]।
1920 के दशक में इस दिशा में तेजी से काम हुआ। 1925 में स्कॉटिश इंजीनियर जॉन लोगी बेयर्ड ने पहला मैकेनिकल टेलीविजन सिस्टम विकसित किया। उन्होंने लंदन में पहली बार मूविंग इमेज का प्रदर्शन किया। यह एक ऐतिहासिक क्षण था। क्या अब टेलीविजन का सपना साकार हो पाएगा[6]?
लेकिन इस बीच एक और वैज्ञानिक इस दौड़ में शामिल हो गया था। अमेरिकी इंजीनियर फिलो फार्न्सवर्थ ने 1927 में पहला इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन सिस्टम विकसित किया। उन्होंने 1928 में इसका सफल प्रदर्शन किया। अब टेलीविजन का युग शुरू हो चुका था[7]।
1930 के दशक में टेलीविजन का विकास तेजी से हुआ। अमेरिका और यूरोप में नियमित टेलीविजन प्रसारण शुरू हो गया। 1936 में लंदन ओलंपिक खेलों का सीधा प्रसारण किया गया। यह एक बड़ी उपलब्धि थी। लेकिन अभी भी टेलीविजन बहुत महंगा था और सिर्फ कुछ लोग ही इसे खरीद पाते थे[8]।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान टेलीविजन का विकास रुक गया। लेकिन युद्ध के बाद इसमें तेजी आई। 1950 के दशक में अमेरिका और यूरोप में टेलीविजन तेजी से लोकप्रिय हुआ। लेकिन अभी भी यह सिर्फ श्वेत-श्याम में था। क्या कभी रंगीन टेलीविजन भी आएगा[9]?
इस बीच भारत में भी टेलीविजन की शुरुआत हुई। 15 सितंबर 1959 को दिल्ली में पहला टेलीविजन प्रसारण शुरू हुआ। यह सिर्फ आधे घंटे का प्रसारण था जो सप्ताह में दो बार होता था। लेकिन यह भारत के लिए एक नए युग की शुरुआत थी[10]।
1960 के दशक में रंगीन टेलीविजन का युग शुरू हुआ। अमेरिका में 1960 के राष्ट्रपति चुनाव का रंगीन प्रसारण किया गया। धीरे-धीरे दुनिया भर में रंगीन टेलीविजन लोकप्रिय होने लगा। लेकिन भारत में अभी भी श्वेत-श्याम टेलीविजन ही था[11]।
1970 के दशक में टेलीविजन तकनीक में कई नए बदलाव आए। रिमोट कंट्रोल, वीडियो रिकॉर्डर जैसी सुविधाएं आम हो गईं। इस बीच भारत में भी टेलीविजन का विस्तार हो रहा था। 1972 में मुंबई में दूसरा टेलीविजन केंद्र खुला[12]।
1980 के दशक में भारत में टेलीविजन का स्वर्ण युग शुरू हुआ। 1982 में एशियाई खेलों के दौरान रंगीन टेलीविजन की शुरुआत हुई। इसी साल रामायण सीरियल शुरू हुआ जो बहुत लोकप्रिय हुआ। पूरा देश रविवार सुबह टेलीविजन के सामने बैठ जाता था। क्या टेलीविजन अब लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन जाएगा[13]?
1990 के दशक में केबल टेलीविजन का युग शुरू हुआ। अब लोगों के पास कई चैनल देखने का विकल्प था। स्टार टीवी, जी टीवी जैसे निजी चैनल आए। अब लोग 24 घंटे टेलीविजन देख सकते थे। लेकिन क्या इससे लोगों की जिंदगी पर कोई बुरा असर भी पड़ेगा[14]?
2000 के दशक में डिजिटल टेलीविजन का युग शुरू हुआ। अब हाई डेफिनिशन टेलीविजन आ गया था जिसमें तस्वीर और आवाज की गुणवत्ता बहुत बेहतर थी। इस दशक में स्मार्ट टीवी भी आया जिसे इंटरनेट से जोड़ा जा सकता था[15]।
2010 के दशक में 3डी टेलीविजन और 4K रेजोल्यूशन वाले टेलीविजन आए। अब लोग घर बैठे सिनेमा जैसा अनुभव ले सकते थे। लेकिन इस बीच स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे नए गैजेट्स ने टेलीविजन को चुनौती देना शुरू कर दिया[16]।
आज 2020 के दशक में टेलीविजन एक नए दौर में प्रवेश कर चुका है। अब स्मार्ट टीवी में ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम आदि देखे जा सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस टेलीविजन आ गए हैं जो आवाज से नियंत्रित होते हैं[17]।
लेकिन इस बीच नई चुनौतियां भी सामने आई हैं। लोग अब मोबाइल फोन पर ज्यादा समय बिताने लगे हैं। क्या टेलीविजन अपनी जगह बचा पाएगा? इसके लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी जैसी तकनीकों को टेलीविजन से जोड़ने की कोशिश हो रही है[18]।
आज टेलीविजन सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं रह गया है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार आदि कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लेकिन साथ ही इसके नकारात्मक प्रभाव भी सामने आए हैं। बच्चों पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। लोग टेलीविजन की लत के शिकार हो रहे हैं[19]।
तो क्या होगा टेलीविजन का भविष्य? क्या यह नई तकनीकों के साथ तालमेल बिठा पाएगा? या फिर धीरे-धीरे इसका महत्व कम हो जाएगा? ये सवाल आज भी बने हुए हैं। लेकिन एक बात तय है कि टेलीविजन ने पिछले 100 सालों में हमारी जिंदगी को बहुत बदल दिया है। यह एक ऐसा आविष्कार है जिसने दुनिया को एक ग्लोबल विलेज बना दिया[20]।
Citations:
[1] https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE
[2] https://www.youtube.com/watch?v=_xXN-vWx4sQ
[3] https://www.onlymyhealth.com/yoga-exercises-to-control-tb-symptoms-in-hindi-1648213615
[4] https://support.google.com/googletv/answer/10070482?hl=hi
[5] https://www.jagran.com/news/national-on-this-day-25th-april-history-in-india-first-time-color-telecast-on-television-started-in-delhi-23392343.html
[6] https://hindi.news18.com/news/knowledge/history-38-years-ago-in-india-tv-was-colored-for-the-first-time-on-this-day-achknow-3051541.html
[7] https://support.google.com/youtubetv/answer/7247018?co=GENIE.Platform%3DDesktop&hl=hi
[8] https://www.jagran.com/kids-section/invention-of-television-was-done-by-john-logie-baird-10863491.html
[9] https://utkarsh.com/hi/current-affairs/world-television-day-2023-theme-and-tv-in-india
[10] https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%80_%E0%A4%9F%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A4%BC%E0%A4%A8
[11] https://www.youtube.com/watch?v=Dojz3OaAo9A
[12] https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%A6%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B6%E0%A4%A8_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8
[13] https://hindi.gizbot.com/news/know-how-tv-has-developed-in-india-and-how-many-changes-have-happened-till-now-027247.html
[14] https://www.youtube.com/watch?v=9TVHnVY0BNc
[15] https://www.bhaskar.com/news/gad-spe-facts-and-history-of-television-5173376-pho.html
[16] https://www.zeebiz.com/hindi/trending/world-television-day-2023-interesting-facts-how-did-the-journey-of-tv-start-in-india-which-was-the-first-serial-and-television-day-history-150626
[17] https://www.aajtak.in/education/knowledge/story/world-television-day-2022-history-of-television-and-indian-television-1579795-2022-11-21
[18] https://www.youtube.com/watch?v=Jv7i01rvVj8
[19] https://www.jagran.com/lifestyle/miscellaneous-world-television-day-2022-tv-was-started-in-india-in-1959-know-about-doordarshan-history-in-details-23218171.html
[20] https://nios.ac.in/media/documents/srsec335new/335_Mass_Communication_Hindi/335_Mass_Communication_Hindi_L13.pdf

